शाम सवेरे प्रियवर मेरे। क्यों मुझको है चिंता घेरे। दिल का दर्द कहें अब कैसे। इतना दर्द सहें अब कैसे। क्यों तुम मेरे पास न आते। क्यों मुझको हर रोज सताते। मेरे उर आँगन में आओ। अब तुम मुझसे दूर न जाओ। हरदम बस करते क्यों वादा। बतला दो तुम आज इरादा। क्या एक यही भूल करूँ मैं। क्या फंदे से झूल मरूँ मैं। #पादाकुलक_छंद #प्रियवर #विश्वासी फ़ोटो साभार:गूगल