शादी के 2 दिन बचे थे, नजदीक के लगभग सभी रिश्तेदार पहुँच चुके थे,सब मिलकर आज घर में लगभग पचास एक लोग जमा हो गए थे। अचानक सवेरे सवेरे गहमागहमी मची दिखी,फोन पर फोन लगाए जा रहे थे,पूछताछ से पता चला कि आज से हलवाई आने वाला था और सुबह के नाश्ते से ही जिम्मेदारी उसको संभालनी थी अब रसोई की और वो अब तक पहुँच कर नाश्ते बनाने में लग जाना चाहिए था पर न तो आया है और न ही अब फोन उठा रहा है। सब चिंताग्रस्त दिखे कि नाश्ता का समय हो गया है और भूख भी लग रही है। बड़े मामा जी जस्ट आए ही थे और उनको भी इस गड़बड़ी की सूचना मिली। अधिकतर लोग समस्या को समस्या की दृष्टि से देखते हैं कुछ एक समाधान की ओर। तो मामा जी ने कमान संभाली,भट्टी, कड़ाही और राशन सामग्री संभालते हुए नाश्ता बनाने में जुट गए । सबको नाश्ता भी मिला और राहत की सांस भी ! अपने तो अपने होते हैं ! मेरे मामाजी #yqdidi #yqbaba #mystory #reality #help #relationship