ऐ दरिया अब तेरी खैर नहीं बूंदों ने बगावत कर ली हैं नादान न समझ ऐ बुझदिल इनको लहरों ने बगावत कर ली हैं हम परवाने हैं मौत समां मरने का किसको खौफ यहां रे तलवार! तुझे झुकना होगा गर्दन ने बगावत कर ली हैं I love it❤️❤️❤️ ASHUTOSH RANA JI KE KUCH SHABD👌👌👌👌 ae dariya ab teri kher nahi🖐️ #ashutoshrana #bestpoetry