गूंगापन.. (अनुशीर्षक में पढ़ें) *गूंगापन* मैं चुप सा बैठा रहता हूँ सब खिल्ली मेरी उड़ाते हैं भोन्दु, मिज़राब, मूक, गूंगा कई नाम से मुझे बुलाते हैं कोई सर पर मार के जाता है कोई कॉलर पकड़ डराता है