तुम्हें तब तक पुकारा था, हुआ यह दाखिला जब तक। मिली तब तक नहीं मुझको,नहीं यह दिल मिला जब तक। मुहब्बत सिर्फ हो तुमसे, यही ख्वाहिश खुदा से है- बची तब तक रहें साँसें, चले यह सिलसिला जब तक। #मुक्तक #पहलाप्यार #विश्वासी