"अपने विचरो को बस मे रखे, क्योंकी इसी से आप की वाणी बनेगी, अपने वाणी को बस मे रखे क्योंकी इसी से आपके कर्म बनते है, अपने कर्मो को बस मे रखे , क्योंकी इसी से आपके आदत बनेगे, अपने आदतो को बस मे रखो क्योकी यही आपके चरित्र बनेगी, अपने चरित्रों को बस मे रखो क्युकी इसी से आपके भाग्य बनेगे । " -@bhi- # अपने विचारों को बस मे रखे...