बिन बोल का , राग होती है बस याद करो और सुन जाए, इतनी असरदार होती है ना किसी गुड मॉर्निंग- गुड नाईट की मोहताज़ होती है अंधेरों में उजालों का चिराग होती है बिना किसी चाह का, कृष्ण के सुदामा सा प्यार होती है दिल की हर बात को जो जोड़े, ऐसा तार होती है अगर ये ना हो तो, जिंदगी होकर भी बेकार होती है और अगर जो मिल जाए तो, कुछ ना होकर भी गुलज़ार होती है ये दोस्ती है साब, सब धर्म जात रिश्ते नातों से आज़ाद होती है और ना किसी वार रविवार की गुलाम होती है सचमुच ये दोस्ती बड़ी खास...बहुत ख़ास होती है!!! #दोस्ती #nakoivaar #naravivaar