कभी इन्तेज़ार है कभी करार है, कभी जीत है तो कभी हार है.. कभी रूठना है कभी मनाना है, प्यार का बस यही पैमाना है .. कभी मुकम्मल दुआ होती है , जैसी ख़ुदा की रज़ा होती है.. कभी इश्क़ की बरसात है , कभी दिल में सिर्फ़ प्यास है .. बिन परिभाषा है प्यार , , , क्यूँकी प्यार के रंग हैं हज़ार। ♥️ Challenge-988 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।