जो दिल मे रहा करती थी, आज कल वो नजर मे भी, नही है, मेरी गली मे भी नही है,और कही शहर मे भी नही है, कल ही उसके घर से गुजरा हु, कल ही उसके घर से गुजरा हु,dosto पता चला है की वो अपने घर मे भी नही है, युही बाते हो रही थी दोस्तो से, युही बाते हो रही थी दोसतो से, ये एहसास हुआ के वो अब जिकर मे भी नही है, उसके एक पल के दुरी से भी बेचेन हुआ करते थे, उसके एक पल के दुरी से भी बेचेन हुआ करते थे, और आज है की वो मेरे फिकर मे भी नही है , और आज है की वो मेरे फिकर मे भी नही है । - Ravi Jagtap. 9404182001 Heart break Shayri.