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खूबसूरती अक्सर साँवलेपन में ही होती है साहब, गोरे

खूबसूरती अक्सर साँवलेपन में ही होती है साहब,
 गोरे तो तब भी फरेबी थे और अब भी फरेबी है। Maitreyee ki yaade
खूबसूरती अक्सर साँवलेपन में ही होती है साहब,
 गोरे तो तब भी फरेबी थे और अब भी फरेबी है। Maitreyee ki yaade