हम बहुत दूर निकल आए हैं चलते चलते अब ठहर जाएँ कहीं शाम के ढलते ढलते। टूटी दीवार का साया भी बहुत होता है पाँव जल जाएँ अगर धूप में चलते चलते। @ianilraj01 हम बहुत दूर निकल आए हैं चलते चलते अब ठहर जाएँ कहीं शाम के ढलते ढलते। टूटी दीवार का साया भी बहुत होता है पाँव जल जाएँ अगर धूप में चलते चलते।