उसे दुख हो ना हो, अपनी बला से । उसकी नई खुशियाँ उसे मुबारक दिलोंजां से ।। कमी नहीं नमूनों की इस जहां में । बिखरे पड़े चारों तरफ़, नजर घुमाऊ जहाँ जहां मैं ।। #YourQuoteAndMine Collaborating with Kritika Verma