मसअला रोजी-रोटी का, मुश्किल तक चूल्हा जलाना। देता है मसिहा मशवरा दिऐं बुझाकर दिया जलाना। आज़ाद घूमतीं बिमारी हैं और लोग घरों में कैद हैं शायद अब जायज़ होगा अपने घरों को जेल बुलाना। -A.Ruhan #jail #Rojiroti #A_Ruhan