दोस्त तो बहुत थे सब कहने को क़रीब थे। कुछ तो अमीरचंद थे कुछ बड़े ही अजीब थे। दौर बुरा था और ज़िन्दगी की जंग हार जाता पर, बुरे वक्त पे काम जो आये सच में बड़े गरीब थे। -देव फैज़ाबादी अयोध्या ( यू.पी.) ©Dev Faizabadi 💎 #सच्चे_दोस्त#nojoto_shayri#nojotohindi#nojotoenglish#nojotourdu#nojotonews#nojotofilms