अब क्या बताऊँ तुझे क्या बाकी है अब हमारे दरमियां, बातें हैं तो मुलाकाते नहीं। तू है साथ जैसे सागर उस साहिल के भीगाता है मुझे और खो जाता है कही। तू चाँद है अगर तो मैं हूँ टूटता एक तारा एक ही आसमान मे मगर पास नहीं। अब क्या बताऊँ तुझे क्या बाकी है अब हमारे दरमियां। एक नाता तो है तुझसे कोई रिश्ता नहीं। कशिश है तुझमें जिसकी ख्वाईश है आज भी कहीं छुपा है आज भी मेरे अल्फाज़ो मे तू ख्यालों मे तो अब मगर निगाहों मे नहीं। Ek akhiri rishta #yqtales #yqbaba #yqbabaquotes #yqcommunity #yourquotebaba #yourquotes