पहली कलम मुझे अब उसके दरवाजे पर पर रोक लिया जाता है कहते हैं पलको पर अॉसु अच्छे नही लगते। हम पहली शम्त में बैठते है महफिल मे़। लोग कहते है वहाँ दिवाने अच्छे नहीं लगते। कहावत