उसे क्या अब मेरी आँखो में उसके लिए इश्क़ दिखता नही है या फिर मैं वो स्वादानुसार नमक हो गया हूँ जो हर रोज बिकता नही है उसे क्या अब मेरी आँखो में उसके लिए इश्क़ दिखता नही है या फिर मैं वो स्वादानुसार नमक हो गया हूँ जो हर रोज बिकता नही है