White भागमभाग: धर्म -कर्म कौन -सा ? धर्म- कर्म किस काम का,करम ही नहीं जहां? काज अपना करो जहां,रहम ही नहीं जहां। किसके सर पे कौन लात,रखके पार हो जाए ? हरदम पेट पे लात मारे, दूरी कहर ढाए, राज है तो राज करो,मरम ही नहीं जहां। देखो होता पाप -पुण्य , कुछ भी हां, नहीं,पंगा, अपने आप से देखो, लिए, कठौती मन चंगा , गंगा पावन मन कि मन, नियम ही नहीं जहां। ©BANDHETIYA OFFICIAL #Thinking #धर्म -कर्म में करम ही गायब! भक्ति फिल्म भक्ति गीत भक्ति सागर भक्ति वीडियो भक्ति गाना भोजपुरी ANUPMA AGGARWAL