Nojoto: Largest Storytelling Platform

White अर्ज़ है.... बदल ही जाती है हर शय, वक़्त के

White अर्ज़ है.... बदल ही जाती है हर शय, वक़्त के साथ ग़र हम जो बदले, तो क्या गुनाह किया

जो कहते हैं समझते हैं, फरेबी हमें ग़र हम ज़माने के साथ चले, तो क्या गुनाह किया

जो लगाते हैं तोहमत हमपर बेवफाई का ग़र हमनें उन्हें दाग़दार कहा, तो क्या गुनाह किया

देखकर भी जो फेर लेते हैं नज़रें हमसे ग़र हमनें नज़रअंदाज़ किया, तो क्या गुनाह किया

झूठ का आईना, जो हमें अक्सर दिखाते रहे ग़र हमने उनसे पर्दा हटाया, तो क्या गुनाह किया..!

©Kanchan Agrahari
  #Night  Anshu writer Neelam Modanwal sushil dwivedi @_सुहाना सफर_@꧁ঔৣMukeshঔৣ꧂RJ09 Laxmi Singh