खुशियों से भरा मन अचानक, काश की में एक पतंग होता,तो इस खुले आसमान में उडता रेहता. चल रही इस धिमी हवा मे भी सुकून होता, सिर्फ एक उमीद के सहारे संभल जाता और केहता, डर मत तू गिरेगा नही ये हवा तेरे साथ चल रही है काश कि में एक पतंग होता...😊 हां माना की तब भी डर होता किसी दुसरे पतंग के आणे का और मेरे मांझे को काट जाने का, कट जाणे के बाद गिरुंगा जरूर,पर सुकून होगा उस गिरने में क्योंकी ये हवा फिर भी मेरे साथ ही है... काश कि मैं भी एक पतंग होता☺ #freefromeverything