अब और न उस पर ऐतबार करो, बस अपनी गलती स्वीकार करो, हर पल देता है जो धोखा तुम्हैं, उस पर कैसे कर सकते हो भरोसा, वो मोहब्बत नही,नाही दोस्ती थी, बस वो एक मतलबपरस्ती थी, अब और न उस पर #ऐतबार करो, बस अपनी #गलती स्वीकार करो, हर पल देता है जो #धोखा तुम्हैं, उस पर कैसे कर सकते हो भरोसा, वो #मोहब्बत नही,नाही #दोस्ती थी, बस वो एक मतलबपरस्ती थी, #nojotowritings #nojotohindiqoutes #life #qoutes #love #feelings #tour #jindgi