हाँ इबादत-ए-इश्क़ है खुदा के लिए ऐ-आदम तू भी तो है खुदा के लिए जम़ाने से ये सिलसिला रहा इब्न-ए-आदम तू खुद को कत्ल करता रहा खुदा के लिए बाम-ए-फ़लक से देखता शरहा वो, जो दरिया लहू का बहाया गया खुदा के लिए तेरे तरकश में तीर-ए-मोहब्बत भी है चला जम़ाने पर इसको खुदा के लिए ✍azkjhs #HUmanity #War #Love #urdu #New #Nojoto #Best #gazal