पार्थ गांडीव तुझे उठाना होगा, सम्मान तुझे बचाना होगा, अपना भाल उठाकर तुझको, रण में बाण चलाना होगा, भर हूंकार-अड़ जाना होगा, अपना हुनर आजमाना होगा, पत्थर से बहा कर पानी तुझको, खुद का हक दिलवाना होगा, लहू 'कान' से बहाना होगा, 'लफ्जों' से संधान लगाना होगा, तरकश बना 'विवेक' को अपने, अपना 'सम्मान' बचाना होगा, ना मोती एक बहाना होगा, अंगार तुझे दिखाना होगा, खुद को तुफा बना कर तुझको, झूठ से पर्दा हटाना होना, अब अपनों से लड़जाना होना, रथ पर अब चढ़ जाना होगा, "मैं" तुझमें हूं समझाना खुद को, अब तुझको शंख बजाना होगा ।। Dedicating a #testimonial to Ritu Bharadwaj Sharma #rituwriter #krishna #krishnaarjun #life #feelings #strength