अक्सर खामोशी कहती है , खामोशी की भी जुबां होती है। 'ख़ामोश मत रहा करो', धीरे से कानों में ये कहती है। छोड़ दिया पढ़ना आँखों को, अहम में लिपटी मीठी बातों को। ख़ामोशी को दुबारा पढ़ना होगा, "आशु"किरदार को दुबारा से गढ़ना होगा। सुप्रभात। किसी शायर ने कहा है - ख़ामोशी का हासिल भी इक लम्बी सी ख़ामोशी है। इसलिए बात करें। बात करने से बात बनती है। #ख़ामोशमतरहो #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #ख़ामोशी #hkkhindipoetry #हिंदी #yqdiary #आशु_की_कलम_से