कैसे कहें कि इश्क़ हुआ है हमें तुमसे तुम्हें समझना भी तो जरूरी है थोड़ा वक्त थोड़ी कोशिश तुमसे तुममें तुम्हारी भाषा, तुम्हारी शैली भी तो अजीबों-गरीब है सुनने में तो बड़ें मजेदार है मगर समझना और खुद को तुममें ढह जाना दरकिनार ऐ समंदर का रूह पे काबू बनाए रखने... जैसे बिन पानी के मगरमच्छ हो या मछली का सांसारिक जीवन जो जमी से जल तक के सफर में उलझे हुए हैं तुम्हारी गहराई तुम्हारी सोच से परे कई गुना विशाल वृक्ष के जडों से भी आगे जिसमें कोई शर्त ना ही कोई शिकायत बस उस गहराई में डूबे तलाश है मंजिल के आखिरी कोने तक का सफर ©Shobha..💫 #Saphar