मेरा भाव बढ़ रहा है, कोई जरा घटा दे। मेरी आँख पर है पर्दा, कोई जरा हटा दे। कोई बताए मुझको,कैसे सुधारूँ खुद को- मैं नाम बोलूँ किसका, कोई जरा रटा दे। #मुक्तक #भाव_बढ़_रहा_है #विश्वासी