मेरे हाल पर हँसने वाले मेरे हालात तुम क्या जानो चली कहाँ से कहाँ पहुँची संघर्ष मेरे तुम क्या समझो पड़े पैरों में जो छाले मेरे दुःखन वो तुम क्या भांपों चीर निकली अँधेरे कितने कालिमा उनकी क्या आंको दूरी क़दमों से नापी कितनी उसका जोड़-घटा क्या जानो हँसते हो खिलखिला कर तुम मुस्कान में छिपा दर्द क्या बांचों मिला है परोसा सब थाली में कमाकर खाने का सब्र क्या जानो ये दुनिया है;पत्थर-सी रहेगी 'मुनेश' तेरी संघर्ष-यात्रा को 'पाषाण'क्या जाने Muनेश...Meरी✍️💫 मेरे हाल पे हँसने वाले मेरी हालत तू क्या जाने #हँसनेवाले #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi