बेवजहा..! बेवजहा आज आँखे नम हुई, थोड़ी सही पर कम हुई। तू था तो नहीं मेरा... फिर क्यों इस दिल पे ग़मो की बरसात हुई। हम वो थे जो दूसरों को हँसने का हुनर देते थे, पर तेरे जाने से यह मुश्कान जाने कहाँ ग़ुम हुई.. अब दिल की हँसी हँसे एक जमाना हुआ तुझे देखले यह दिल तो फिर क्यों तेरा दीवाना हुआ। आज फिर बेवजहा आँखे नम हुई, थोड़ी सही पर कम हुई। बेवजहा..! #बेवजहा आज आँखे नम हुई, थोड़ी सही पर #कम हुई। तू था तो नहीं #मेरा... फिर क्यों इस #दिल पे ग़मो की #बरसात हुई। हम वो थे जो #दूसरों को