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बूँद तुम नन्ही कितनी भी हो सागर निहित है तुझसे

बूँद 
तुम नन्ही 
कितनी भी हो
सागर निहित है तुझसे  OPEN FOR COLLAB 😁 #AT1234कविता  • A Challenge by Aesthetic Thoughts| 💚  

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पहली पंक्ति में 1 शब्द
दूसरी पंक्ति में 2 शब्द 
तीसरी पंक्ति में 3 शब्द 
चौथी पंक्ति में 4 शब्द
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कितनी भी हो
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