Vote आलोक पत्नी जैसा मित्र नही है इस संसार मे, देखा मुश्किल घड़ियों में सबको किनारा करते। फिर क्यों बनाते हो मज़ाक त्यागमयी मूर्ति की। पत्नी को ही पाया सबने साथ निभाते संसार मे।। ©आलोक अग्रहरि #सच्चा_मित्र