हूँ अगर पत्थर तो हटा क्यों नही देते तोड़ कर दिल दिए हो दर्द हजार सौ गुनाहों के बाद एक नेकी कर क्यों नही लेते चुभा के खंज़र मेरे जिस्म में जिन्दगी से आज़ाद कर क्यों नही देते #dil#khamzar# #nojoto#nojotohindi