इक शाम तेरे हुस्न का दीदार हो जाये तेरी इन नज़रों में, शाम-ए पार हो जाये संयम रखें हम ख़ुद में, अपने आप में, जज्बात में, ऐ खुदा है डर कहीं ना प्यार हो जाये Nishant_Pandit कहीं ना प्यार हो जाये...😊😍😍