बदल गया स्वरूप तेरा बदल गया है रुप पहले तुम दिखते थे, पहन मैले कुचैले कपड़े, भूखे नंगे पांव अब नये स्वरूप में आकर दिखलाते हो ताव पहले बोझा सिर पर दिख जाता था अब दिमाग हैं ठूंसे हुए आंखों पर मोटे चश्में है पड़े हुए बेईमानी हंसी से दिल के बोझ हैं बढ़े हुए हम नये जमाने के हैं मजदूर कारपोरेट कल्चर में है फंसे हुए।।। -Anjali A नये मजदूर#नोजोटो हिन्दी#