छोटा सा मकान अरफ़ाज़ का, कच्चा था घड़ा पानी का, ज़हन में ख्वाहिशें थी बेशुमार , था दौर उसकी जवानी का, टुकड़े हुए ज़मीर के,सबक मिला नादान को, छोटी थी उम्र गरीब की , और ख्वाब महलों की रानी का, कैदी हुआ कम्बख्त दिल आवारा, तो आज़ाद कलम हो गयी, सियांही बने आसूं तो, कुछ मसला बना कहानी का , कुछ इस कदर बनी मासूमियत उसकी, एक हादसा इश्क़ रूहानी का, हादसा इश्क़ रूहानी का...... @-veer #We_are_all_broken #nojotoनोजोटो #फोर्यौ #rxveer