मेरी प्यारी दिव्या दी, आपकी ये किताब 'सफ़र-ए-ज़ज़्बात' एक बहुत ही खूबसूरत एहसास है, जो वाकई दिल के कहे एहसासों को आपकी लेखनी के द्वारा बयां करता है। आपके लिए बहुत खुश हूं मैं की आपने इतने सुंदर शब्दों से हमें अवगत कराया साथ स्वयं के इतने सालों के तजुर्बों को सांझा कर हमें कृतार्थ किया। मैं चाहूंगी आप आगे भी ऐसे बढ़ती रहें, और अपने विचार व्यक्त करने का माध्यम सिर्फ़ किताबों को ही प्रदान करें।
@sachdeva.divu
रिव्यु जल्द ही अपलोड करूंगी। #Thoughts