हमने तो तारीफ की है, तुमने बस हस्सी में उड़ा दी है। ना कभी हमारे इशारे समझे, और ना कभी अल्फाज़। घाटा तो दोनों का हुआ है ना? इसीलिए तो बोल दिया, कभी मेरी तारीफ भी कर दिया करो.. रूपया नई लगेगा उसमे.. पर तुमको कौन बताए, असली फूलों पे इत्र नहीं लगाया जाता। Woh Kehte Hain hum taarif nahi karte... #tarif #tariff #royspeaks