जब कोई नही था साथ, तब तुम थे साथ हर लम्हा इश्क़ का बुनती गई और ज़िन्दगी चलती रही साथ कई कहीं अनकही बातों में तुम्हे सुनती रही साथ लम्हें गुजरते रहे, वक़्त बीतता गया यूं ही साथ तुम्हारी ख़ामोशी भी बातें करती हैं जो तुम कहते नहीं वो भी समझती रही साथ-साथ तन्हा सफ़र नामुमकिन है, जानती हूं फिर भी तुम्हें जाने देना होगा इस साथ से, सब्र का इम्तिहान तो देना होगा वाकिफ आने वाले वक्त से हूं, खौफ रखती हूं तुम्हें खोने का पर खुशी शामिल है तुम्हें पा लेने की शुक्रगुजार हूं हर साथ का जो तुमने मेरा दिया मुस्कुराना सीखा गए तुम, चेहरे पे रौनक तुम्हारे ही नाम से है वफा की है कोई सौदा नहीं इसलिए तुम्हें जाने देना होगा यादों की गठरी बांधे बैठी हूं, ज़िन्दगी की हर राह पर तुम्हारा इंतज़ार लिए बैठी हूं बेखौफ तो नहीं पर शायद अपनी दिल की गुल्लक में तुम्हारी यादों को जमा करे बैठी हूं जीने को ये साथ भी काफी है, तुम साथ हो ना हो मैं तुम्हारे ही साथ हमेशा अपने दिल का घरौंदा बना बैठी हूं @deepali dp #togetherness #mojzamiracle #deepalidp #rahaterooh #jashnerekhta #thoughtfromlove