कैसे रोक लू इन आँखों को, जो तेरी याद में रोया करते हैं। कैसे रोक लूं उन बूंदों को, जो तेरी याद में बरसा करते हैं। कुछ खो गए इस दुनियां की बेदर्द आलम में, तो कुछ आज भी तेरे राहों में फूल बोया करते हैं। संजीव पाण्डेय #nojotohindi#nojotoofficial#weeklyhighlight दिनेश भारत