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वक़्त घड़ी की सुईओं के साथ बीत रहा था, और एकाएक मुझे

वक़्त घड़ी की सुईओं के साथ बीत रहा था, और एकाएक मुझे एहसास हुआ कि उस दिन एक राजनीतिक रैली के कारण ट्रैफिक जाम में फंसी एम्बुलेंस में एक गर्भवती महिला थी जो दर्द से कराह रही थी, वह एक क्रिटिकल कंडीशन से जूझ रही थी, मैं अपनी कार से बाहर उतरा और सबसे अपील कर एम्बुलेंस के लिए रास्ता खाली कराया|

बाद में मुझे मेरे ड्राइवर(जो शाम को उसी अस्पताल गया जहाँ वो महिला भर्ती थी )ने बताया कि अगर वह महिला 05 मिनट और लेट हो जाती तो महिला और बच्चे,  दोनों की जान जा सकती थी|

यह जानकर मुझे बहुत ख़ुशी हुई!
मैंने भगवान का शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने मुझे इस नेक काम का मौका दिया|

आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है कि एम्बुलेंस को रास्ता अवश्य दें| ऐसा करके आप किसी का जीवन बचा सकते हैं |
🙏धन्यवाद !🙏 #वो_पाँच_मिनट  Suman Zaniyan ✍️Mr Sachin Ahir✍️ Hariom Rana shivam kumar mishra Dr.Imran Hassan Barbhuiya
वक़्त घड़ी की सुईओं के साथ बीत रहा था, और एकाएक मुझे एहसास हुआ कि उस दिन एक राजनीतिक रैली के कारण ट्रैफिक जाम में फंसी एम्बुलेंस में एक गर्भवती महिला थी जो दर्द से कराह रही थी, वह एक क्रिटिकल कंडीशन से जूझ रही थी, मैं अपनी कार से बाहर उतरा और सबसे अपील कर एम्बुलेंस के लिए रास्ता खाली कराया|

बाद में मुझे मेरे ड्राइवर(जो शाम को उसी अस्पताल गया जहाँ वो महिला भर्ती थी )ने बताया कि अगर वह महिला 05 मिनट और लेट हो जाती तो महिला और बच्चे,  दोनों की जान जा सकती थी|

यह जानकर मुझे बहुत ख़ुशी हुई!
मैंने भगवान का शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने मुझे इस नेक काम का मौका दिया|

आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है कि एम्बुलेंस को रास्ता अवश्य दें| ऐसा करके आप किसी का जीवन बचा सकते हैं |
🙏धन्यवाद !🙏 #वो_पाँच_मिनट  Suman Zaniyan ✍️Mr Sachin Ahir✍️ Hariom Rana shivam kumar mishra Dr.Imran Hassan Barbhuiya