ऐ मुस्कान मेरी, समझाओ इन आँखों को, मुसलसल बहते समुंदर को संभलना होगा, उस गुनहगार का ज़िक्र लब तक न आए, इक दोस्त का हमराज़ तो बनना होगा #गुनहगार #दोस्त #हमराज़ #yqdidi #yqbaba Photo credits: pinterest, in frame: Katherine Langford