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ज़्यादा कुछ नही मांगती मैं ज़िन्दगी से, बस शाम,बालकन

ज़्यादा कुछ नही मांगती मैं ज़िन्दगी से,
बस शाम,बालकनी, चाय और तुम जैसा दोस्त। तुम जैसा दोस्त।
ज़्यादा कुछ नही मांगती मैं ज़िन्दगी से,
बस शाम,बालकनी, चाय और तुम जैसा दोस्त। तुम जैसा दोस्त।