चलते चलते कहीं रूका , तो कुछ जानने वाले मिले , तो लगा कितनी छोटी सी दुनियां है , जब जानने वालों ने पहचाना नहीं , तो लगा की इस छोटी सी दुनियां में हम कितने छोटे हैं।। ©Rudra chhattarpal singh shandilya रूद्र छत्रपाल सिंह शांडिल्य #sharadpurnima