दिल के शहर में तुम्हे आने की इजाज़त है तुम को ही चाहना इस दिल की इबादत है तुम हो मायूस तो ज़िन्दगी ये इज़्तिराब है तुम्हारे बिना ज़िन्दगी का हर दिन क़यामत है 【इज़्तिराब- बेचैन, व्याकुल】 प्रिय लेखकों और लेखिकाओं, The Writer Junction आप सभी का इस प्रतियोगिता में स्वागत करता है। 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें । आज की प्रतियोगिता - 36 अन्य प्रतियोगिताओ से थोड़ी भिन्न है। इस प्रतियोगिता में विजेता का चुनाव वोट के आधार पर किया जायेगा। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य आप सभी के बीच समरसता, सहभागिता और उत्साह को बढ़ाना है