Nojoto: Largest Storytelling Platform

मात्रभूमि को शीश निवाओ, भाव धरो और दीप जलाओ, भारत

मात्रभूमि को शीश निवाओ,
भाव धरो और दीप जलाओ,
भारत मां को करो प्रणाम🙏,
हम हैं भारत की संतान, हम हैं भारत की संतान...
जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।

इस वर्ष ज़माने पे, संकट बड़ा भारी है,
इसी वर्ष ज़माने ने, भारत की ही मानी है।
जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।

दूर कहीं जनमी भीषण महामारी है,
दुनिया भर को जिसने शमशान बना दी है।
छोटे से जीवाणु ने संसार हिला डाला,
गलियों बाजारों को सुनसान बना डाला।

जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।

पश्चिम के देशों का क्या अद्भुत जीवन है!!
कल हमको जकड़े था पिंजरा ये गुलामी का,
इनके संस्कारों ने हमको बेहलया था,
अब वक़्त हमारा है, दुनिया ने भी माना है।

जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।

अब विश्व ने भारत के, अंदाज़ को अपनाया,
आयुर्वेदा, योगा, देसी को अपनाया।
कर बद्घ प्रणाम की ये शुभ आदत डाली है,
भारत मां की हम पर आशीष निराली है।

जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।
                         जय हिन्द🇮🇳

                                             ©रमन #mypoem #independenceday
मात्रभूमि को शीश निवाओ,
भाव धरो और दीप जलाओ,
भारत मां को करो प्रणाम🙏,
हम हैं भारत की संतान, हम हैं भारत की संतान...
जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।

इस वर्ष ज़माने पे, संकट बड़ा भारी है,
मात्रभूमि को शीश निवाओ,
भाव धरो और दीप जलाओ,
भारत मां को करो प्रणाम🙏,
हम हैं भारत की संतान, हम हैं भारत की संतान...
जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।

इस वर्ष ज़माने पे, संकट बड़ा भारी है,
इसी वर्ष ज़माने ने, भारत की ही मानी है।
जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।

दूर कहीं जनमी भीषण महामारी है,
दुनिया भर को जिसने शमशान बना दी है।
छोटे से जीवाणु ने संसार हिला डाला,
गलियों बाजारों को सुनसान बना डाला।

जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।

पश्चिम के देशों का क्या अद्भुत जीवन है!!
कल हमको जकड़े था पिंजरा ये गुलामी का,
इनके संस्कारों ने हमको बेहलया था,
अब वक़्त हमारा है, दुनिया ने भी माना है।

जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।

अब विश्व ने भारत के, अंदाज़ को अपनाया,
आयुर्वेदा, योगा, देसी को अपनाया।
कर बद्घ प्रणाम की ये शुभ आदत डाली है,
भारत मां की हम पर आशीष निराली है।

जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।
                         जय हिन्द🇮🇳

                                             ©रमन #mypoem #independenceday
मात्रभूमि को शीश निवाओ,
भाव धरो और दीप जलाओ,
भारत मां को करो प्रणाम🙏,
हम हैं भारत की संतान, हम हैं भारत की संतान...
जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।।

इस वर्ष ज़माने पे, संकट बड़ा भारी है,

#Mypoem #IndependenceDay मात्रभूमि को शीश निवाओ, भाव धरो और दीप जलाओ, भारत मां को करो प्रणाम🙏, हम हैं भारत की संतान, हम हैं भारत की संतान... जय भारती, मां भारती, जय भारती, मां भारती।। इस वर्ष ज़माने पे, संकट बड़ा भारी है, #nojotothoughts #independenceday2020