: *कोई भी व्यक्ति हमारा मित्र या शत्रु बनकर संसार में नही आता* *हमारा व्यवहार और शब्द ही लोगो को मित्र और शत्रु बनाते है* *किसी की ख़ुशी की वज़ह बनों,* *जिंदगी में कुछ दर्द कम हो जायेंगें।* *फितरत अपनी अपनी,* *भंवरा फूल और मच्छर गन्दगी ढूंढता है।* *जय श्री कृष्णा* ©पण्डित राहुल पाण्डेय महादेव #SunSet vibha