“मुझे वो मार कर ख़ुश है कि सारा राज उस पर है, यक़ीनन कल है मेरा आज बेशक आज उस पर है, उसे ज़िद थी झुकाओ सर तभी दस्तार बख़्शूँगा, मैं अपना सर बचा लाया महल और ताज उस पर है.!” #KVPoetry