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प्रेम शब्द को मेरी स्याही ज्यादा ना लिख पाती है, ब

प्रेम शब्द को मेरी स्याही ज्यादा ना लिख पाती है,
बस,कलयुग में भी मुझको द्वापर की याद दिलाती है।
संदेह ज़रा भी हो तो, तुम शैल शिखर पे जाकर के,
फिर राधे-राधे चिल्लाना, तो गूंज कृष्ण की आती है।। #quotesonkrishna
प्रेम शब्द को मेरी स्याही ज्यादा ना लिख पाती है,
बस,कलयुग में भी मुझको द्वापर की याद दिलाती है।
संदेह ज़रा भी हो तो, तुम शैल शिखर पे जाकर के,
फिर राधे-राधे चिल्लाना, तो गूंज कृष्ण की आती है।। #quotesonkrishna