दों प्याली चाय कुछ किस्सें और तुम्हारी हसीं न जाने क्यो अस्सी कि शाम याद आती हैं बस बातों ही बातों मे ये ज़िन्दगी बनारस हो जाती है.... ye maine nhi likhi...bas kahi padha to likh diya.... #बनारस#बनारसीतड़का#बनारसीप्यार#चाय