जला कर वबा की आग, रुसवा ऐ हकीम करके। बुझा कर ममता का चिराग, ये गुनाह ऐ अजीम करके। हश्र के रोज खुदा से तेरी शिकायत करूंगा ऐ मौत। आखिर मिलता है क्या तुझे बच्चों को यतीम करके। #zaheen #zaheenshayri #zaheenquotes #drzaheen #maa #mom #maashayari #lost