#KisanDiwas जब तक किसानो के पास गाय और बेल थे तब तक किसान जिन्दा रहता था आज नया-नया technology आने के बावजुद किसान मर रहा है किसान दिवस किस बात का। जब किसान ही खुश नही है, इतना खुश नही है कि आत्महत्या करना पर रहा है। किसान यानी आशा, आशा कि अगला साल अच्छी बारीस होगी, आशा कि अगला साल मैं अपना पुरा कर्ज चुका कर घर छोड़ा लुंगा, आशा कि अगले साल मैं आत्महत्या नही करुंगा। ।आशा।किसान। #किसानदिवस #hope #sad